माटी की खुशबू में महकती है हिंदी ! वीरों के लहू में धड़कती है हिंदी ! माटी की खुशबू में महकती है हिंदी ! वीरों के लहू में धड़कती है हिंदी !
हम प्यार में विश्वास करते हैं जो अस्तित्व में नहीं था। हम प्यार में विश्वास करते हैं जो अस्तित्व में नहीं था।
एक प्रेमालाप । एक प्रेमालाप ।
प्यार भरी कविता। प्यार भरी कविता।
प्रेमी के भेस में कोई व्यापारी इन्हें कम दामों में न निगल जाए प्रेमी के भेस में कोई व्यापारी इन्हें कम दामों में न निगल जाए
शीशे से चमकता एक चेहरा क्या वो चेहरा तुम्हारे प्रेमी का था ? शीशे से चमकता एक चेहरा क्या वो चेहरा तुम्हारे प्रेमी का था ?